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सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
देश के उद्योगपति नायक हैं या खलनायक?
हमारे यहां सफल उद्यमियों को लेकर समाज के एक वर्ग की बड़ी नेगेटिव राय रहती है. देख लीजिए कि आजकल देश के दो महत्वपूर्ण औद्योगिक घरानों अंबानी और अदानी के पीछे अकारण सोशल मीडिया पड़ा रहता है.
इकोनॉमी
|
एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
7000 करोड़ में बिसलेरी से हाथ धोने वाली जयंती की जय तो होनी ही चाहिए
रमेश चौहान ने अपनी मिनरल वॉटर कंपनी बिसलरी को बेचने का एलान करते हुए कहा है कि वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि कंपनी को संभालने वाला कोई नहीं है. ऐसा सुनकर उनकी जयंती चौहान के बारे में दो राय बनती है कि या तो वे बिसलरी नहीं संभाल पा रही हैं, या अपने फैशन कारोबार के साथ इसे नहीं संभालना चाहती हैं. लेकिन, सच इन दोनों बातों से परे है...
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
गुडफेलोज सीनियर सिटीजन स्कीम, बुजुर्गों के लिए नहीं युवाओं के लिए है!
गुडफेलोज सीनियर सिटीजन स्कीम का फायदा वही बुजुर्ग उठा सकते हैं जो अमीर हैं. जिनके पास पैसा है. जिन्हें पेंशन के रूप में मोटी रकम मिलती है. वरना जो बुजुर्ग गरीब हैं, जिनके बच्चे उन्हें अकेला छोड़ गए हैं, उन्हें तो पूछने वाला भी कोई नहीं है. उन्हें तो वृद्धाआश्रम की ही शरण लेनी पड़ेगी.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
एयर इंडिया की क्रू पर दाल-चावल ना खाने का नियम, एयरहोस्टेस पर खूबसूरत दिखने का दबाव?
क्या एयरहोस्टेस (air hostage) पर खूबसूरत दिखने का दबाव होता है? ऐसा भी क्या नियम जिसमें रोटी-चावल ही खाने की ही मनाही हो जाए. शरीर को स्वस्थ रखना अलग बात है और स्लिम दिखने के लिए किसी को जबरदस्ती टॉर्चर करना अलग...
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
आर.के.सिन्हा
@RKSinha.Official
एयर इंडिया टाटा के सुपुर्द, अब बारी हवाई अड्डों के कायाकल्प की
एयर इंडिया को अंततः टाटा ग्रुप उड़ायेगा. एयर इंडिया की ब्रिकी के बाद देश के दर्जनों हवाई अड्डों का काया कल्प भी स्वाभाविक और निश्चित रूप से ये होगा. क्यों ? आइये कुछ कारणों पर चर्चा की जाए.
सोशल मीडिया
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
67 साल बाद Air India की घर वापसी पर टाटा ग्रुप को लेकर चर्चा तो होनी ही थी!
आखिरकार 67 सालों बाद एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा समूह को वापस मिलने वाला है. ऐसे में मेन स्ट्रीम मीडिया के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं और चर्चाओं का दौर शुरू होना तो लाजमी ही था.
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
जमशेदजी टाटा: धनकुबेरों को परोपकार के मामले में आईना दिखाते रहेंगे
अपने हितों से ऊपर राष्ट्र हित की भावना को अपनाने की वजह से ही आज टाटा समूह इतना आगे निकल चुका है कि शायद ही भारत का कोई प्रतिष्ठित कारोबारी घराना उनके आस-पास तक भी पहुंच सके. क्योंकि आज के समय में बिजनेस का सीधा सा मतलब हो गया है मुनाफा के लिए अंधी दौड़.
समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
मोहित चतुर्वेदी
@mohitchaturvedi123
टाटा से लेकर अंबानी तक का केस लड़ चुके हैं कुलभूषण जाधव के वकील
हरीश साल्वे दुनिया के सबसे महंगे वकीलों में से एक हैं. वो बॉलीवुड से लेकर बड़े-बड़े नेताओं का केस भी लड़ चुके हैं. वे देश के सबसे सफलतम वकीलों में गिने जाते हैं.
इकोनॉमी
| 5-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
7 ब्रेकअप जिन्होंने निवेशकों को रुला दिया
ब्रेकअप किसी के लिए अच्छा नहीं होता. अगर एक कपल के बीच हो तो उन दो लोगों के लिए जो रिलेशनशिप में हैं, और अगर बोर्डरुम में हो तो कंपनी और शेयरधारकों दोनों के लिए. ब्रेकअप के बाद ज़िंदगी को फिर से पटरी पर लाने के लिए बहुत जद्दोजहद करनी पड़ती है.