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अनूप मणि त्रिपाठी
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अनूप मणि त्रिपाठी
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भाग 2 : जब योगी आदित्यनाथ वाली अयोध्या पहुंचे त्रेता के राम
दिवाली के दिन सरकारी विमान से अयोध्या पहुंचे भगवान राम बड़े परेशान हैं. भगवान इसी पशोपेश में हैं कि क्या ये वहीं अयोध्या है जहां से निकल कर वो वनवास के लिए गए थे.
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अनूप मणि त्रिपाठी
@anoopmani.tripathi.9
लेखनी! अब वो बस आत्महत्या करना चाहती है...
हाल फिल्हाल के दिनों में लेखकों का दोहरा चरित्र है वो असल जीवन में कुछ और हैं मगर अपने लेखन में आदर्शवादिता की बातें करते हैं. जब लेखक कलम उठाए तो इस जिम्मेदारी के साथ कि वो अपने प्रति खुद कितना ईमानदार है.
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अनूप मणि त्रिपाठी
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Part 1: जब योगी आदित्यनाथ वाली अयोध्या पहुंचे त्रेता के राम
राम भगवान है, वरना न जाने क्या कर जाते. दिवाली के दिन अपने मुहूर्त पर वे अयोध्या पहुंचे. साथ लक्ष्मण और सीता भी थे. लेकिन उनके साथ जो कुछ हुआ, उसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी.
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अनूप मणि त्रिपाठी
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त्योहार की हेडलाइन देखिए, क्या ये हमारे चरित्र का चीरहरण करती हैं ?
हम भारतीय बड़े भोले हैं और हमारा चरित्र उससे भी भोला है. भारतीय उत्सव का महत्व हमारी उत्सवधर्मिता से इतर हमारे महान भारतीय चरित्र की गाढ़ी तस्वीर प्रस्तुत करने के चलते दिनोंदिन बढ़ रहा है.
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अनूप मणि त्रिपाठी
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...और उन्हें दर्दों का बाम समझ कर हम बमबम हैं
जो आजीवन स्वदेशी की बात करते रहे, सुना है कि कल वो विदेशी जब्तशुदा दुकान में नजर आए. ऐसा भक्तिपूर्ण माहौल बना कि श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी - दयालु तो कम हो गए. जो मानवीय नहीं थे, वे माननीय हो गए.
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अनूप मणि त्रिपाठी
@anoopmani.tripathi.9
फुलझड़ी और अनार की ये बातचीत आपको भी इमोशनल कर देगी
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद न सिर्फ लोगों में बल्कि पटाखों की भी भावना आहत है और उनमें भी रोष है. इस फैसले के बाद पटाखे आपस में बात चीत कर रहे हैं और निश्चित तौर पर इनकी बातचीत आपको भी इमोशनल कर देगी.
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अनूप मणि त्रिपाठी
@anoopmani.tripathi.9
एक व्यंग्यकार का खुद को खुला पत्र
आज के समय में हर कोई व्यंग्य लिख अपने को व्यंग्यकार समझ रहा है. ऐसे में एक व्यंग्यकार का खुद को लिखा ये खत बताता है कि व्यंग्य लेखन बेहद जिम्मेदारी का काम है.