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रणविजय सिंह
ranvijaysinghlive
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सियासत
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5-मिनट में पढ़ें
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रणविजय सिंह
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कर्नाटक में किराएदारों की जंग
भाजपा और कांग्रेस - जेडीएस दोनों ही प्रमुख दलों द्वारा सरकार बनाए जाने को लेकर जिस तरह का नाटक, कर्नाटक में देखने को मिल रहा है शायद ही अब तक भारतीय राजनीति में देखा गया हो.
समाज
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3-मिनट में पढ़ें
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रणविजय सिंह
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सलमान की सजा में खुशी तलाशता ये निराश देश
ये देश कितना निराश हो चला है कि सलमान की सजा को भी सेलिब्रेट करता है. जैसे इस बात के इंतजार में ही सबने 20 साल गुजारे हों. जैसे कि सलमान को सजा मिल जाने से उनके सारे मसले हल हो गए हों.
समाज
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5-मिनट में पढ़ें
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रणविजय सिंह
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SSC SCAM: नींद और थकान से भरी आंखों में सिर्फ एक ख्वाब
पारले बिस्किट और आधे पेट भोजन के भरोसे ये आठ दिन काट चुके हैं. पाउच का पानी भी गले तक उतरते-उतरते सूख जाता है. इतना झेलने के बाद रात को नींद भी इनका इम्तिहान ले रही है. कई नौजवान 24 घंटे में सिर्फ 3 घंटे सो पा रहे हैं.
समाज
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4-मिनट में पढ़ें
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रणविजय सिंह
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सीरिया : देश जहां मरने वालों की डेड बॉडी, आंकड़े या फिर नंबर हैं
सीरिया में हालात बद से बदतर हो रहे हैं ऐसे में हमारा और हमारे अलावा तमाम देशों की सरकारों का चुप होना ये साफ दर्शाता है कि अब वो समय आ गया है जब हमने अपने अंदर बसी इंसानियत को निकाल के दफना दिया है और चीजों को नजरंदाज करना सीख लिया है.
समाज
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रणविजय सिंह
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I Love U से पहले ये सवाल जरूर पूछ लेना- 'सुनो, तुम किस धर्म के हो?'
हमारा धर्म हमें इंसान नहीं हैवान बना रहा है. हर धर्म में प्यार करने को सबसे अच्छा काम मान गया है. ये वो काम है जो इंसानियत के लिए जरूरी है. लेकिन हमने अपने धर्म को नए तरह से लिख दिया है. इसके मुताबिक अब प्यार करना जुर्म है, खास कर किसी और धर्म में प्यार करना तो सबसे बड़ा गुनाह.
समाज
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रणविजय सिंह
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चंदन - अख़लाक़ कांड से खुश होने वाले कॉमन लोग...
उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक बड़ा हादसा हो चुका है और इसके साथ शुरू हो चुकी है नफरत और लाश की सियासत. जिसे अगर वक्त रहते नहीं रोका गया तो भविष्य में परिणाम बेहद घातक होंगे.
समाज
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6-मिनट में पढ़ें
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रणविजय सिंह
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'मैं राजपूत हूं और पद्मावत विरोध के बाद अब हंसी का पात्र बन गया हूं'
संस्कृति बचाने के लिए, जिस तरह मुट्ठी भर लोगों द्वारा अपने को राजपूत कहते हुए हिंसा का मार्ग चुना जा रहा है. उससे एक आम राजपूत कितना और किस हद तक प्रभावित हो रहा है शायद हम और आप इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते.
समाज
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रणविजय सिंह
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अजी हमारी छोड़िये! आप ही बता दीजिये, आपने देश के लिए क्या किया?
हम एक ऐसे दौर में हैं जहां हमारे द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब तो नहीं मिल रहे उल्टा हम से ही सवाल कर लिए जाते हैं और जानने का प्रयास किया जाता है कि उस मुद्दे पर अब तक हमने क्या किया.
समाज
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रणविजय सिंह
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हनुमान के चेहरे से मुस्कान छीन कर, ये कौन सी स्याही पोत दी हमने ?
हनुमान की एक फोटो इन दिनों युवाओं में खासी लोकप्रिय है जिसमें हनुमान उग्र रूप में नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर को बनाने वाले कर्नाटक के ग्राफिक डिज़ाइनर का कहना है कि तस्वीर में हनुमान उग्र नहीं बल्कि उनका एटीट्यूड दर्शाया गया है.
सोशल मीडिया
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रणविजय सिंह
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ओह मानुषी छिल्लर, ये तुम क्या कर गई? लोग कितना ऑफेंड हैं
मानुषी की जीत के बाद वही हुआ जो इस देश में सदियों से चलता चला आया है. लोगों के उनके बारे में बातें करनी शुरू कर दीं हैं. मानुषी पर हो रही ये बातें कहीं भी ये नहीं बता रहीं कि उनकी जीत एक सकारात्मक पहल है.
समाज
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रणविजय सिंह
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दिल्ली स्मॉग: क्या आपको भी मौत नजर नहीं आती ?
दिल्ली और आस पास में फैला स्मॉग ये बताने के लिए काफी है कि यदि हम अपने पर्यावरण के प्रति गंभीर न हुए तो वो दिन दूर नहीं जब शायद हमारे अस्तित्व को ही खतरा हो जाए.