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सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
अनुज मौर्या
@anujkumarmaurya87
पाकिस्तान सेना के लिए 'पंजाबी मुस्लिम' ही शहीद, बाकियों की लाशें तक लावारिस!
जहां एक ओर पाकिस्तान के पंजाबी मुस्लिम जवानों के शव ले जाने के लिए पाकिस्तानी सेना खुद भारत से अपील करते हुए सफेद झंडा लेकर आई, वहीं दूसरी ओर पीओके के जवानों के शव भारत द्वारा कहे जाने के बाद भी पाकिस्तान नहीं ले गया.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
संतोष चौबे
@SantoshChaubeyy
इतिहास को देखते हुए हिजबुल का अमरनाथ पर बयान संदेहास्पद है
कश्मीर में सेना द्वारा लिए जा रहे एक्शन से आतंकवादी बौखलाए हैं और ये उस बौखलाहट का नतीजा ही है जिसके चलते हमारे सामने हिजबुल जैसे आतंकी संगठन से नीति और ज्ञान की बातें आ रही हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा पर बयान देने वाला हिजबुल मुजाहिदीन झूठा है, मक्कार है
आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन आज भले ही अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं को नुकसान नहीं पहुंचाने की बात कह रहा हो मगर ऐसे तमाम कारण हैं जो बताते हैं कि हर बार की तरह इस बार भी हिजबुल झूठ बोल रहा है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
कश्मीर घाटी में आतंकी और बाहर आजाद-सोज़ जैसे नेताओं की बातों में फर्क क्यों नहीं दिखता...
कश्मीर घाटी में सेना द्वारा लिए जा रहे एक्शन पर जिस तरह सैफुद्दीन सोज और गुलाम नबी आजाद जैसे नेता बयान दे रहे हैं, कहना गलत नहीं है कि आतंकी और ये नेता अपने विचारधाराओं की आखिरी लड़ाई लड़ रहे हैं.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
गुलाम नबी आजाद के सेना पर बयान से साफ है कि हमें किसी दुश्मन की जरूरत नहीं!
ऑपरेशन ऑल आउट पर गुलाम नबी आजाद के बयान से साफ है कि हमें किसी दुश्मन देश की जरूरत नहीं है और इनका ये बयान सेना का मनोबल तोड़ने का काम करेगा.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
आईचौक
@iChowk
कश्मीर में सरकार गिरने से किसका फायदा, किसका नुकसान
अपने हिसाब से पूरा फायदा उठाने के बाद ही बीजेपी ने पीडीपी ने नाता तोड़ ही लिया. मुश्किल ये है कि दोनों की म्युचुअल-मजबूरी के रिश्ते और उससे निजात पाने के बाद कश्मीर फिर से किस्मत के हवाले हो गया है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
आईचौक
@iChowk
कश्मीर में सीजफायर अब और नहीं - लेकिन नाकामी की जिम्मेदारी कौन लेगा?
रमजान सीजफायर को आगे नहीं बढ़ाया गया और सुरक्षा बलों को फिर से ऑपरेशन शुरू करने का ग्रीन सिग्नल मिल गया है. सवाल ये है कि सीजफायर की नाकामी की जिम्मेदारी कोई लेगा भी या नहीं? महबूबा मुफ्ती क्या कहना चाहेंगी?
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
अरविंद मिश्रा
@arvind.mishra.505523
जम्मू-कश्मीर में संघर्ष विराम घाटे का सौदा साबित हुआ
सीज़फायर के पीछे सरकार की मंशा रमजान के महीने में जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करने की थी लेकिन इस दौरान वहां हुई वारदातें साफ तौर पर दर्शा रही हैं आतंकवादियों ने वहां इसका पुरज़ोर फायदा उठाया.
सियासत
|
बात की बात...
| 5-मिनट में पढ़ें
धीरेंद्र राय
@dhirendra.rai01
शुजात बुखारी की हत्या ने 5 बातें साफ कर दी हैं
पेशे से पत्रकार शुजात यदि किसी क्रॉस-फायर (गलतफहमी या साजिश) का शिकार हुए हैं तो समझ लीजिए कि ये शुरुआत है. और भी शुजात मरेंगे. क्योंकि कश्मीर की कुछ खास सच्चाइयों पर कोई नजर नहीं डालना चाहता है.