X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
समाज
| 6-मिनट में पढ़ें
डॉ. आशीष वशिष्ठ
जलवायु परिवर्तन वैश्विक समाज के समक्ष मौजूद सबसे बड़ी चुनौती है!
विश्व भर में जलवायु परिवर्तन का विषय सर्वविदित है. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि वर्तमान में जलवायु परिवर्तन वैश्विक समाज के समक्ष मौजूद सबसे बड़ी चुनौती है एवं इससे निपटना वर्तमान समय की बड़ी आवश्यकता बन गई है.
सिनेमा
|
एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
बॉलीवुड के मशहूर एक्टर्स, जो फिल्मी दुनिया छोड़ अब खेती कर रहे हैं
कई सितारे ऐसे होते हैं जो कई साल अभिनय करने के बाद शांति की तलाश में गुमनाम जिंदगी जीना पसंद करते हैं. वहीं कई सेलिब्रिटी ऐसे होते हैं जो बॉलीवुड में कामयाब होने का बाद भी अपने रिटायरमेंट के दिनों को शांति से बिताना चाहते हैं. आज कुछ ऐसे प्रसिद्ध सितारों के नाम बता रहे हैं जो चकाचौंध की दुनियां से दूर खेती कर रहे हैं.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 2-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
कोरोना से बड़ी समस्या की गिरफ्त में एक देश, घास-फूस और टिड्डे खाने को मजबूर लोग
संयुक्त राष्ट्र खाद्य एजेंसी (World Food Programme- WFP) ने मेडागास्कर (Madagascar) से जुड़ी कुछ जानकारियां शेयर की हैं. जिसके मुताबिक, मेडागास्कर में तेजी से बढ़ रहे सूखे ने हजारों लोगों को अकाल के मुंह में धकेल दिया है.
संस्कृति
| 6-मिनट में पढ़ें
मंजीत ठाकुर
@manjit.thakur
नदीसूत्रः देवी माने जाने वाली नदियों को अचानक कूड़ेदान क्यों समझ लिया गया है?
अचानक हमारे समाज को क्या हो गया कि हमने नदियों और झील-तालाबों को कूड़ेदान समझ लिया? उन्हें सुखा देने की साजिश करने लगे. इन नदियों को तो हमने कभी देवी का दर्जा दिया था.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
अनुज मौर्या
@anujkumarmaurya87
आखिर इजराइल ने कैसे चुराए ईरान के 'बादल' और पहाड़ों की 'बर्फ'?
क्या आपने कभी ये सुना है कि किसी ने बादल और बर्फ चुरा ली? ये सवाल सुनने में जितना अजीब है, इसका जवाब उतना ही हैरान करने वाला है. सोचने वाली बात है कि आखिर उड़ते बादलों का भी भला कोई रुख मोड़ सकता है क्या?
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
श्रुति दीक्षित
@shruti.dixit.31
देश के वो इलाके जो कुछ खास मौसम से डरते हैं
भारत में हर साल कुछ राज्यों में एक जैसा ही मौसम रहता है. एक जैसी ही त्रासदी होती है, एक तरह की ही खबरें आती हैं और हेडलाइन्स भी एक तरह की ही बनती है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
पारुल चंद्रा
@parulchandraa
एक बूढ़े की हिम्मत और सरकार की नाकामी का गवाह है ये कुआं
छतरपुर के 70 वर्षीय बुजुर्ग ने परिवार और गांववालों को पानी की किल्लत से बचाने के लिए दो साल में एक कुआं खोदा, जो मदद नहीं मिलने की वजह से धसकने लगा, दोष किसका..उसकी मेहनत का या सरकारी की अनदेखी का?
समाज
| बड़ा आर्टिकल
आईचौक
@iChowk
पानी के रंग अनेक : कहीं तीन-तीन शादियां करा रहा है तो कहीं है हथियारों के पहरे में
कोई सिर्फ पानी की कमी को पूरा करने के लिए कई शादियां कर रहा है, तो कहीं पर पानी की सुरक्षा के लिए हथियारबंद गार्ड तैनात कर दिए गए हैं. कहीं तो ये हाल हैं कि रोज गड्ढा खोदो और पानी निकाल कर अपनी प्यास बुझाओ.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
आकाश-मेहरोत्रा
@aakash.mehrotra.1
भारत के कई शहर पीने के पानी के लिए तरसने वाले हैं!
भारत में 63 मीलियन लोगों को साफ पानी नसीब नहीं होता. और बढ़ते प्रदुषण, सालों से प्रयोग किए जा रहे पानी जमा करने के गलत तरीकों ने अब पानी की किल्लत को इस स्थिति में ला छोड़ा है जिसे भविष्य में मैनेज करना असंभव हो जाएगा.