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ह्यूमर
| 3-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
हिंदुस्तान जैसे देश में लोग फ्री का फिनायल नहीं छोड़ते, 'गुलाब जामुन' कहां ही बच पाता...
पुणे में हुई एक शादी में आए सभी मेहमान अभी अपने घर भी नहीं पहुंचे थे कि विवाद हो गया. विवाद का कारण गुलाब जामुन बना जिसके लिए शादी की केटरिंग का इंतजाम करने वाले केटर को शादी में आए मेहमानों के घूसों और लातों का सामना करना पड़ा. केटर गुलाब जामुन बचाने निकला था काश उसे इस बात का एहसास होता कि हिंदुस्तान जैसे देश में लोग फ्री का फिनायल नहीं छोड़ते वहां तो फिर भी गुलाब जामुन था.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 2-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
जब देश कोरोना से जूझ रहा था तब महाराष्ट्र में कुछ लोग कन्या भ्रूण के पीछे पड़ गए!
बेटे की भूख में लोग कन्या भ्रूण की जान के प्यासे रहे हैं. कोरोना महामारी के दौरान महाराष्ट्र में सरकार निगरानी से क्या चूकी, प्रसव पूर्व जमकर गर्भस्थ शिशु के लिंग की जांच हुई, और कन्या भ्रूण होने पर उसका काम तमाम किया गया. नतीजा ये हुआ कि 2021 में महाराष्ट्र में 1000 लड़कों पर लड़कियों का अनुपात 906 तक पहुंच गया.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
अनु रॉय
@anu.roy.31
पुणे में 14 साल की बच्ची से गैंगरेप पर हैरत कैसी? यही देश का 'न्यू नॉर्मल' है
महाराष्ट्र के पुणे में एक 14 साल की बच्ची के साथ 13 मर्दों ने 5 दिनों तक बलात्कार किया और उसे रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया. वहां भी उसका बलात्कार हुआ. वाक़ई अब ऐसी ख़बरों का कोई मतलब नहीं बनता. हर तीसरे दिन बलात्कार और गैंगरेप की ख़बरें आती ही रहती है. ये न्यू नॉर्मल है.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
राहुल गांधी के लिए राजीव सातव भी वैसे ही थे, जैसे सोनिया के लिए अहमद पटेल
कोविड 19 के शिकार राजीव सातव (Rajiv Satav) की कांग्रेस (Congress) में वैसे ही भरपायी मुश्किल होगी जैसे अहमद पटेल की जगह कोई नहीं ले सका - वो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बेहद करीबी और भरोसेमंद चौकड़ी का हिस्सा थे.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
इस किराना दुकान वाले की social distancing का सबक देश को सीखना चाहिए!
कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर दुकानदार भी लॉकडाउन (Lockdown) परेशानियों का सामना कर रहे हैं इसलिए जहां एक तरह ग्राहकों के लिए उन्होंने उचित दूरी पर खड़े होने का प्रबंध किया है तो वहीं ग्राहकों की सुरक्षा के लिए उन्हें सेनेटाइजर भी दिया जा रहा है.
समाज
| 7-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
मस्जिद में महिलाओं की एंट्री को लेकर मौलवी और जज एक जैसी गफलत में
मस्जिद में नमाज की अनुमति के लिए मुस्लिम दंपत्ति का अदालत जाना और अदालत का सुनवाई के दौरान सबरीमला का जिक्र करना ये बताता है कि मामले में सुप्रीम कोर्ट के जज और मस्जिद के मौलानाओं और इमामों की स्थिति बिल्कुल एक जैसी है.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
बीजेपी की हार पर गडकरी के 'मन की बात' कड़वी गोली थी
नितिन गडकरी पुणे में बैंक पेशेवरों के एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे. बैंको की कामयाबी और नाकामी की बातें समझाते समझाते वो राजनीति पर शिफ्ट हो गये - और बात जा पहुंची नेतृत्व की जिम्मेदारियों पर. फिर क्या था बवाल तो होना ही है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
5 कथित माओवादियों की गिरफ्तारी फर्जी एनकाउंटर न साबित हो जाए
फर्जी एनकाउंटर के केस पुलिस के खिलाफ केस दर्ज होते रहते हैं. 5 बुद्धिजीवी-कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी का मामला भी पुलिस के फर्जी एनकाउंटर जैसा ही लगता है - फर्क सिर्फ ये है कि पुलिस ने गोली नहीं चलायी है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
तौर तरीके छोड़िये, मोदी सरकार ने तो यूपीए की फसल ही काटी है
मोदी सरकार में अर्बन नक्सल के नाम पर हुई गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस नेता सिर्फ राजनीतिक दुश्मनी निकाल रहे हैं. बात सिर्फ इतनी है कि फिल्म तो अभी रिलीज भर हुई है, पूरी शूटिंग तो मनमोहन सिंह सरकार के दौरान हुई थी.