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सिनेमा
| 4-मिनट में पढ़ें
तेजस पूनियां
@1602103889882155
Kanwar Movie Review: आस्था के बहाने स्याह पक्ष उभार गई 'कावड़'
यह फिल्म कावड़ के बहाने से हमारे समाज की दूषित सोच को उजागर करती है. एक और बाबा बेहद गंदे शब्दों का इस्तेमाल कर रहा है. वे तमाम लड़के जो कावड़ ला रहे हैं वे भी बीच-बीच में एक दूसरे को गालियां देते नजर आते हैं. अपने को सभ्य समाज का सभ्य नागरिक समझने वाले ये लोग अंदर से कितने मैले हो चुके हैं यह फिल्म बताती है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
बेटे बहू से पोता-पोती की मांग करना जायज है या नहीं?
बहुत से लोग माता-पिता की इस मांग से हैरान हैं और सहमत नहीं हैं. उन्हें ऐसा लग रहा है ये माता-पिता असमंजस में हैं कि इन्हें पोता-पोती चाहिए या बेटे की परवरिश पर खर्च किए गए पैसे?
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
Wasim Rizvi के हिंदू अवतार से उपजी आशंकाओं के रुझान तो आने लगे
वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) का हिंदुत्व प्रेम शक के दायरे में शुरू से ही है. हरिद्वार धर्म संसद (Haridwar Dharm Sansad) में भड़काऊ भाषण के मामले में एफआईआर (FIR) उनके नाम से ही दर्ज हुआ है - क्या वो ऐसे ही कामों के लिए पाला बदले हैं?
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
बेटियों का मुखाग्नि देना, ऐसा सामाजिक बदलाव हिन्दू धर्म में ही संभव है
दोनों बेटियों ने समाज की रवायतें तोड़ते हुए अपने माता-पिता को मुखाग्नि दी और पूरे रीति-रिवाज से उनका अंतिम संस्कार किया. बेटियों ने अपने माता-पिता को एक ही चिता पर मुखाग्नि देने की बात कही, जिसका पालन भी किया गया. इतना ही नहीं दोनों बेटियों ने हरिद्वार जाकर अपने माता-पिता की अस्थियों को मां गंगा में प्रवाहित किया. हिन्दू धर्म के लचीलेपन की यही खासियत है.
समाज
| बड़ा आर्टिकल
आईचौक
@iChowk
सुशील कुमार अब ओलंपियन नहीं, भगोड़े के रूप में ही याद किये जाएंगे!
अपराधी को सजा देकर अदालत को मिसाल कायम करनी चाहिये, लेकिन ओलंपियन से भगोड़ा (Olympian Turned Fugitive) बने सुशील कुमार (Sushil Kumar) को अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती दिवस (International Wrestling Day) पर पुलिस की गिरफ्त में मुंह छुपाते देखा जाना कोई नहीं भूल पाएगा.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
संतों की ही तरह PM मोदी क्या चुनावी रैली करने वालों से एक अपील नहीं कर सकते थे?
हरिद्वार कुंभ को लेकर जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि (Avdheshanand Giri) से जैसी ही अपील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पश्चिम बंगाल (West Bengal Election 2021) में चुनावी रैली करने वालों से करनी चाहिये - चुनावी रैलियों से भी खतरा कुंभ जितना ही है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
लापरवाही के 'कुंभ' की तुलना 'निजामुद्दीन मरकज' से होनी ही चाहिए
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कुंभ के शाही स्नान में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन होने का दावा कर रहे हैं. हालांकि, उनके इस दावे की पोल मीडिया कवरेज और सोशल मीडिया में सामने आ रही तस्वीरों से खुल जा रही है. कहना गलत नहीं होगा कि उत्तराखंड सरकार मानकर चल रही है कि गंगा स्नान से कोरोना संक्रमण नहीं होगा.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
आईचौक
@iChowk
मकोका की तरह कोरोना के मामले में भी बाकी राज्य महाराष्ट्र मॉडल अपनायें
कोरोना वायरस (Coronavirus) से मुकाबले में व्यवस्था जवाब देने लगी है. महाराष्ट्र के बाद दिल्ली ने भी पाबंदियां (Weekend Curfew) लागू कर दी है - अब जरूरी हो गया है कि बाकी राज्य भी महाराष्ट्र मॉडल (Maharashtra Model) से प्रेरणा लें और जल्द फैसला लें.
संस्कृति
| 5-मिनट में पढ़ें
मशाहिद अब्बास
@masahid.abbas
Mahashivratri 2021: शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में क्या फर्क है और ये क्यों इतना शुभ है
महाशिवरात्रि हो या कोई अन्य धार्मिक पर्व हो, आप मनाते हों या न मनाते हों, लेकिन कोई भी पर्व क्यों मनाया जाता है और उसका महत्व क्या है आपको ये ज़रूर जानना चाहिए. महाशिवरात्रि भगवान् शिव का दिन है और इसकी अपनी एक अलग महत्ता है. शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में क्या फर्क है और ये क्यों इतना शुभ है आइये इसको समझते हैं.