X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
क्या CBI किसी भटकती आत्मा की तरह अरविंद केजरीवाल का पीछा कर रही है?
मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के घर पर छापेमारी के लिए केंद्र की मोदी सरकार को खरी खोटी सुना कर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) संतोष कर सकते हैं - अगर कुछ गलत नहीं किया है तो भी सीबीआई (CBI) को स्वायत्तता मिलने तक निजात नहीं मिलने वाली है.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
AAP के चुनावी वादे चांद-तारे तोड़कर लाने जैसे
दिल्ली (Delhi Election 2020) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने 'मैनिफेस्टो' से पहले 'गारंटी कार्ड' (Impossible Promises in Manifesto and Gaurantee Card) भी बांट दिया है - लेकिन एक बात समझ में नहीं आती कि आखिर AAP के घोषणा पत्र में चांद-तारे तोड़ कर लाने जैसे वादे किये क्यों जाते हैं?
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
अनुज मौर्या
@anujkumarmaurya87
देश के पहले 'लोकपाल' को उनके फैसलों से जानिए
जब से पीसी घोष का नाम लोकपाल के लिए सामने आया है, तब से लोग ये जानने के लिए उत्सुक दिख रहे हैं कि ये हैं कौन. आपको बता दें कि जस्टिस पीसी घोष सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज हैं, जो अपने कुछ खास फैसलों की वजह से जाने जाते हैं.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
जैसा बीजेपी का 'राम मंदिर', वैसा ही केजरीवाल का 'लोकपाल'!
लोकपाल की नियुक्ति को लेकर जो रवैया यूपीए सरकार का रहा, मौजूदा मोदी सरकार का भी वैसा ही है. जब राजनीति में आने के बाद अरविंद केजरीवाल भूल गये तो किससे उम्मीद की जाये, सिवा सुप्रीम कोर्ट के.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
वो लोकतंत्र बचाने की लड़ाई थी, ये लोकपाल लाने की लड़ाई है!
सुप्रीम कोर्ट के चार सीनियर जजों की प्रेस कांफ्रेंस के बाद सीबीआई की उठापटक वैसी ही दूसरी ऐतिहासिक घटना है. जजों ने ज्युडिशियरी की खामियां बताते हुए लोकतंत्र के प्रति खतरा जताया था. अब सीबीआई भ्रष्टाचार को लेकर छापेमारी कर रही है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
कर्नाटक में राहुल-मोदी ने जो गीत सबसे ज्यादा गाया, वो लोगों को पसंद नहीं आया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में चुनाव प्रचार की शुरुआत ही 'सीधा-रुपैया' सरकार से की. राहुल गांधी आखिर तक येदियुरप्पा और रेड्डी बंधुओं के भ्रष्टाचार के मामले उछाल कर हमलावर रहे. अफसोस कर्नाटक में भ्रष्टाचार नहीं किसी और बात पर वोट डाले जा रहे हैं.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मोदी राज में तो अन्ना को कुछ ज्यादा ही और जल्दी ही मिल गया!
अन्ना का ताजा आंदोलन बड़े ही खुशनुमा माहौल में शुरू और खत्म भी हो गया. या तो अन्ना की मांगों में दम नहीं रहा, या फिर सरकार अन्ना के आंदोलन से डर गयी? या फिर मोदी राज में अन्ना को कुछ ज्यादा ही भाव मिला?
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
अन्ना आंदोलन पार्ट-2 में वो आग क्यों नहीं है?
अभी के समय के हिसाब से अन्ना हजारे ने इस मुद्दे को उठाने में देरी कर दी. क्योंकि संसद में नरेंद्र मोदी सरकार बहुमत में है तो अन्ना को शुरुआत से ही सरकार से बात करके लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति के लिए बातचीत करनी चाहिए थी.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
अमित अरोड़ा
@amit.arora.986
चुनावी साल में अन्ना हज़ारे को फिर अनशन की याद आई
यह देखने की बात होगी कि अन्ना इस आंदोलन को कैसा रूप देते हैं. विपक्षी दल इस आंदोलन को अपने फ़ायदे में प्रयोग करना चाहेंगे. क्या इस बार भी कोई अरविंद केजरीवाल, अन्ना के संघर्ष का लाभ लेकर राजनीतिक रोटियां सेंक लेगा?