iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
Media Gallery
X
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
राठौर विचित्रमणि सिंह
bichitramani.rathor
Edit Profile
लेखक आजतक में डिप्टी एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर हैं
प्रोफाइल बनाएं
*Required
लेखक आजतक में डिप्टी एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर हैं
सोशल मीडिया हैंडल
Done
Cancel
स्टोरी
आपकी स्टोरी
पसंदीदा
हाल में पढ़ी
सियासत
|
8-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
Chattisgarh में शराबबंदी का चुनावी वादा भूल बैठी है कांग्रेस
साल 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में जो वादा कांग्रेस ( Congress) ने शराब बंदी (Liquor ban) को लेकर किया वो किया वो उसे भूल गयी और आज छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में शराब को सरकारी संरक्षण प्राप्त है जिस कारण कांग्रेस की तीखी आलोचना हो रही है.
सियासत
|
5-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
प्रशांत किशोर आज 'गांधी' के साथ हैं तो 2014 में किसके साथ थे?
जेडीयू और बीजेपी के गठबंधन पर प्रशांत किशोर सवाल खड़ा करते हैं कि गांधी और गोडसे साथ-साथ कैसे हो सकते हैं? लेकिन वो यह नहीं साफ करते कि 2014 में उन्होंने 'गोडसे' वाली पार्टी के लिए कैंपेन मैनेजमेंट क्यों किया था.
सियासत
|
5-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
Delhi assembly elections: चुनाव प्रचार का स्तर गिरते हुए कहां रुकेगा?
बीजेपी (BJP) के नेता सिकंदर बख्त ने कहा था कि हिंदुस्तान में कोई काम पर नहीं जीतता है. मसलन 1971 में इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) ने कौन सा ऐसा काम किया था जो जीत गईं? 1977 में जनता पार्टी के नेता कौन सा काम करके जीते थे? अब दिल्ली चुनाव (Delhi Election) में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के संदर्भ में उनकी बातें याद आ रही हैं.
समाज
|
6-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
सुषमा स्वराज के 'गुनाह' हर महिला के लिए सबक हैं!
आज जिस तरह आपको ट्रोल किया जा रहा है, वो यस्य नार्यस्तु पुज्यंते रमन्ते तत्र देवता वाले खोखले सूत्रों के देश में पुरुषवादी विकृत मानसिकता का ही द्योतक है. लेकिन आज इस लड़ाई को लड़ने के लिए द्रौपदी भी आप ही हैं, अर्जुन भी आप ही और कृष्ण भी आप ही.
सियासत
|
6-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
गुजरात चुनाव नतीजे : भाजपा की 'कामचलाऊ' जीत !
जीते मोदी लेकिन हारा कौन? क्या कांग्रेस हारी या व्यक्तिगत तौर पर इस चुनाव को कांग्रेस की तरफ से अपने दाएं-बाएं घुमाने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हारे? या फिर यह हार उन युवा नेताओं की तिकड़ी की हार है, जिन्होंने पाटीदारों, दलितों और पिछड़ों के मन में गुजरात सरकार के प्रति आक्रोश और गुस्से को हवा दी?
समाज
|
5-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
भूख से मौत या सिस्टम के हाथों हत्या?
इस सवाल का जवाब कोई नहीं देता कि आधार कार्ड जीवन का वो गर्भनाल कैसे बन गया कि अगर उससे राशन कार्ड नहीं जुड़ेगा तो किसी को 8 महीने तक राशन मिलेगा ही नहीं?
समाज
|
4-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
निराला : मानवता का सबसे सजग कवि जो बिन लाग लपेट लिखता था
छायावाद के प्रसिद्ध कवि सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' का शुमार हिन्दी साहित्य के उन कवियों में है जिनकी कलम में जहां एक तरफ व्यवस्था के प्रति आक्रोश था तो वहीं दूसरी तरफ जो बिना किसी लाग लपेट के वास्तविकता को दर्शाना जानती थी.
समाज
|
4-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
ट्रोल करने वालों को मसाबा का रिटर्न गिफ्ट ताउम्र याद रहेगा
जिन्हें रक्त शुद्धि और अपने कर्मकांडों पर बड़ा अभिमान है और पटाखों में ही किसी पर्व का सारा उल्लास और जोश दिखायी देता है, वे सोशल मीडिया पर मसाबा को गाली देने लगे, लेकिन मसाबा का रिटर्न गिफ्ट वे शायद ही कभी भूल पायें.
समाज
|
5-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
मोदी के राज में अगर गांधी जिंदा होते तो...
अगर आज महात्मा गांधी होते तो देश के प्रत्येक नागरिक के लिए ये देखना दिलचस्प होता कि आखिर हमारे पीछे रहकर वो कैसे होते? वो हमारे बीच बैठकर करते क्या? अलग- अलग मुद्दों पर उनकी प्रतिक्रिया क्या होती.
सियासत
|
4-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
ये वो बीएचयू नहीं!
प्रशासन चाहे देश का हो, राज्य का हो या किसी विश्वविद्यालय का ही क्यों ना हो, वो यही सोचता है कि गुनाहों को परदे के नीचे ढंक दो. उससे गुनाह दफ्न हो जाएगा और हुकूमत की चमकती छवि और चमक कर निखर जाएगी.
सियासत
|
6-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
नीतीश कुमार : राजनीति के सबसे बड़े मौसम वैज्ञानिक !
कहते हैं कि राजनीति में कोई स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता. मोदी से शुरु होकर मोदी पर पहुंची नीतीश की राजनीति इसकी तस्दीक करती है.
समाज
|
5-मिनट में पढ़ें
facebook
twitter
राठौर विचित्रमणि सिंह
@bichitramani.rathor
आतंक और नक्सलवाद से आगे...
सीमा और नियंत्रण रेखा पर हम पाकिस्तान से आने वाले आतंकवादियों को रोक सकते हैं लेकिन घाटी में लोगों के दिलो-दिमाग में आने वाले आतंकियों को कैसे रोकेंगे?